शहीद की शहादत के बाद स्थानीय लोगों ने पाक पीएम नवाज शरीफ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के खिलाफ जमकर नारे लगाए और अपना आक्रोश व्यक्त किया। स्थानीय लोगों ने शहीद जवान संतोष अमर रहे के नारे लगाए तो अधिकारियों ने राजकीय सम्मान दिया। अंतिम संस्कार में शहीद के साथी जवानों ने गोलियों से शहीद को सलामी दी।
संतोष को उसके 9 साल के बेटे ने मुखाग्नि दी। शहीद के अंतिम संस्कार में सीआरपीएफ के डीआईजी नीरज कुमार, डीएम कंवल तनुज, एसपी बाबू राम व एएसपी राजेश भारती मौजूद थे।
जानकारी के अनुसार शहीद संतोष के पैतृक गांव टेंगरा से अंतिम यात्रा शुरू हुई। पुनपुन नदी के तट पर शहीद का राजकीय सम्मान के बाद अंतिम संस्कार किया गया। शनिवार को दक्षिण कश्मीर के पंपोर शहर में श्रीनगर जम्मू हाईवे पर आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था।
शहीद संतोष के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं, डीएम ने शहीद के पत्नी से कहा कि दो बच्चों का औरंगाबाद सेंट्रल स्कूल में नामांकन
कराया दिया जाएगा। राज्य सरकार भी अपने तरफ से आप को मदद के लिए हर संभव तैयार है।
