बिहार इंटर साइंस की मेरिट लिस्ट में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाला बीएन इंटर कालेज भपटियाही सुपौल का छात्र लोक चंद्र मूलतया सहरसा जिले का वाशिंदा है। लोकचंद्र वाकई में गुदड़ी का लाल है। उसके माता पिता कहने को तो मधुबनी के कालेज में प्रोफेसर हैं लेकिन वे जिस कालेज में पढ़ाते हैं वह वित्त रहित है और कभी समय से वेतन नहीं मिलता। ट्यूशन पढ़ाकर परिवार चलाते हैं। लोक चंद्र अपनी बहन के घर बिहटा में रहकर आईआईटी की तैयारी कर रहा है। जेईई मेन उसने उत्तीर्ण कर ली है।
सुपौल एनएच के किनारे स्थित बीएन इंटर कालेज भपटियाही भी वित्त रहित ही है। लोकचंद्र का नाम मेरिट लिस्ट में आने पर कालेज के प्रधानाध्यापक अवध नारायण सिंह एकबारगी चौंक पड़े। फिर याद करके उन्होंने बताया कि हां लोक चंद्र ने उनके स्कूल से ही फार्म भरा था। उसके चाचा सिमराही में रहते हैं। अपने चाचा के यहां रहकर लोकचंद्र ने पढ़ाई की। लोकचंद्र आईआईटी से इंजीनियरिंग कर वैज्ञानिक बनना चाहता है। फिलहाल वह बहन के घर बिहटा में है और 22 मई को होने वाली जेईई एडवांस की तैयारी कर रहा है। उसके बहनोई बिजेन्द्र मेहता बिहटा रेलवे में काम करते हैं।
सहरसा जिले के सलखुआ प्रखंड के महादेव मठ के लोकचंद्र को घर के लोग प्रेमचंद के नाम से भी बुलाते हैं। कालेज के प्रधानाध्यापक कहते हैं कि लोकचन्द्र ने बी एन इंटर कॉलेज भपटियाही ही नहीं पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है। गरीबी में पले बढ़े लोकचन्द्र की प्रारंभिक शिक्षा एसपीआरपीएस स्कूल वीरपुर से हुई। सहरसा के पाटलिपुत्रा सेंट्रल स्कूल से आठवीं तक पढ़ाई करने के बाद वह पाटलिपुत्रा सेंट्रल स्कूल परबत्ता, जमालपुर खगड़िया से 2010 में 9.8 सीजीपीए के साथ सीबीएसई से 10वीं पास की।
आगे की शिक्षा उसने चाचा राजेन्द्र प्र. सिन्हा के यहां रहकर की जो सिमराही हाईस्कूल में शिक्षक हैं। लोकचंद्र के पिता डा. सुभाष चंद्र वित्त रहित कॉलेज एसएमजे कॉलेज खागेड़ी लदनिया मधुबनी में भौतिकी के प्राध्यापक हैं। वहीं माता प्रो. समीता कुमारी उर्फ सरस्वती मेहता वित्त रहित कॉलेज सुखदेव महतो सुमरित मंडल निर्मल नेवा जनता कॉलेज खागेड़ी लदनिया मधुबनी में समाजशास्त्र की प्राध्यापिका हैं।
लोकचंद्र ने वीरपुर स्थित कान्वेंट आवासीय स्कूल में भी पढ़ाई की। लोकचंद्र के माता-पिता का सहरसा के गौतमनगर बंफर चौक में एक अर्द्धनिर्मित मकान हैं। उसकी बड़ी बहन निधि चंद्र एमएलटी सहरसा कॉलेज से पीजी की पढ़ाई कर रही है। छोटे भाई नवचंद्र उर्फ अमन चंद्र ने भी इसी साल इंटर में 413 अंक पाकर प्रथम श्रेणी हासिल किया है। लोकचंद्र को जेईई मेन में 78 अंक आए हैं। हिन्दुस्तान से बातचीत में लोकचंद्र ने कहा कि देश में बिजली की कमी है। इसे दूर करने के लिए वह रिसर्च करना चाहता है। लोकचंद्र की जन्म तिथि 5 अगस्त 1998 है।
