बिहार की इन लड़कियों से देश की लड़कियों को कुछ सीखना चाहिए। जिन्होंने दहेज के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करने का साहस जुटाया है। ये सभी लड़कियां न केवल उन दूल्हों को रिजेक्ट कर रही हैं जो उनके परिवार से दहेज मांग रहे हैं बल्कि उन्हें भी जो उनके लुक्स को लेकर असंवेदनशील टिप्पणी कर रहे हैं।
बिहार के पश्चिम चंपारण के कोठावा गांव की कुसुम कुमारी की शादी यूपी के नौरांगिया गांव के अजय कुमार से रविवार को होने वाली थी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया क्योंकि शादी के दिन अजय के पिता ने कुसुम के पिता बिरन चौधरी से 5,000 रुपए मांगे जो उन्होंने रस्म से पहले देने का वादा किया था। चौधरी पहले ही 20,000 रुपए दहेज के तौर पर दे चुके थे। पैसे न देने पर दूल्हे के पिता ने शादी न करवाने की धमकी दी।
जब दुल्हन को इस बात का पता चला तो वह मंडप से नीचे उतर आई और अजय के साथ शादी करने से इंकार कर दिया। इससे दूल्हे के परिवार को धक्का लगा और उन्होंने शादी करवाने की इजाजत दे दी। लेकिन उसने कहा कि वह ऐसे शख्स से शादी नहीं करना चाहती जो उसके पिता को 5,000 रुपए के लिए परेशान कर रहा है। उसने कहा कि वह दहेज लेने वाले शख्स से शादी करने के बजाए पूरी जिंदगी अपने माता-पिता की सेवा करेगी।
दूसरी घटना में बगाहा के मंगलपुर में एक दुल्हन ने खुद के रंग-रूप को लेकर दूल्हे के कमेंट को अपराध मान लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दूल्हे के माता-पिता ने दहेज की मांग यह कहते हुए कि की उसका रंग काफी डार्क है। इसके बाद हड़कंप मच गया। दोनों परिवार आपस में लड़ने लगे। इसके बाद बीच-बचाव के लिए आई पुलिस ने मामला सुलझाया और दोनों परिवार दूसरी तारीख पर शादी करने के लिए तैयार हो गए। लेकिन दुल्हन ने शादी से साफ इंकार कर दिया।
इसी तरह की घटना जादोपुर के गांव गोपालगंज जिले में भी घटी। यहां एक दुल्हन शादी के मंडप से भाग गई क्योंकि दूल्हा पक्ष ज्यादा दहेज की मांग कर रहा था। इसके बाद दुल्हन के परिवार ने पुलिस को बुला लिया। जिसके बाद दूल्हा बिना दहेज लिए शादी के लिए तैयार हो गया।
