कुछ बेटियाँ बिना आंखों की रौशनी के रौशन कर रही है बिहार को July 16July 16Ritesh Singh पटना के भाग-दौड़ भरी जिंदगी से बाहर निकल सड़क जाती है एक बालिका विद्यालय पर। कुम्हरार में स्थित ये विद्यालय नेत्रहीन बालिकाओं के [...]
नयी शुरुआत को दबा क्यों देते हो April 23April 23Ritesh Singh नयी शुरुआत को दबा क्यों देते हो अपनी आवाज़ को खुद में भुला क्यों देते हो नहीं होगा, या मानता नहीं होगा [...]
गाँव के स्कूल की यात्रा February 17February 18Ritesh Singh थी एक यात्रा गाँव की जहाँ पढ़ते थे कुछ बच्चे बताया गया था की करते बहुत कुछ थे बच्चे बड़ी ललक थी [...]
गणतंत्र भारत का सपना होगा साकार, मिल कर करेंगे आप और हम January 26January 26Ritesh Singh – एक बड़ी जनसँख्या वाला देश भारत, हमारा भारत कही पिछड़ता नज़र आता है, मुख्य कारणों में से एक है शिक्षा – 4,00,000 [...]
फिर एक कहानी: जात, जमात और जिंदगी December 6December 8Ritesh Singh ये दिल्ली भी अजीब शहर बनता जा रहा है। चलने को कुछ दिन में सड़क नहीं होगी शायद, कुछ इस तरीके से गाड़ियों [...]
दुःख बिहारी औरत का: “रैलियां बैरन पिया को लिए जाये रे” December 3December 3Ritesh Singh कहानी बिहार की बहुत पुरानी है, पहले अँगरेज़ बिहार से मजदूरो को बंगाल भेजते थे, फिर वहाँ के बाद सिलसिला पंजाब का सुरु [...]
Hindi Poetry on spirit of founders of Start-Ups October 23October 23Ritesh Singh अगर जो न होती हिम्मत, तो कहा मैदान में तुम हमको देखते सुकून को बेच खड़े है हम यहाँ की आज मुशीबत आती [...]
एक अधूरी यात्रा – एक छोटी सी कहानी बिहार से April 24February 4Ritesh Singh कल की बात है सुबह उठा और ड्राइवर को फोन किया की “अरे भाई एयरपोर्ट चलना है साढ़े चार का हवाई जहाज है, [...]
Rs 100 note found taped inside answer sheet in Bihar April 7April 8Ritesh Singh Comment A month after video showing people scaling three to four storey exam centres to pass on chits to their wards takes a hit [...]
Nostalgia: The candies which were the integrated part of your 1990’s childhood April 5April 5Ritesh Singh Comment The famous candies which especially spread all across Bihar have so high reach, that these are the integrated elements of each childhood spent [...]